भूमि पंजीकरण के लिए सरकार ने शुरू की डिजिटल प्रणाली – जानिए 4 महत्वपूर्ण नए नियम

जमीन रजिस्ट्री में डिजिटल क्रांति: हाल के वर्षों में, भारत में डिजिटलाइजेशन की लहर ने जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया को भी आधुनिक बनाया है। इस प्रक्रिया में चार नए नियम लागू किए गए हैं जो पेपरलेस प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इन परिवर्तनों का उद्देश्य न केवल पारदर्शिता बढ़ाना है बल्कि लोगों के लिए प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक और सुलभ बनाना भी है।

डिजिटल रजिस्ट्री के प्रमुख लाभ

डिजिटल रजिस्ट्री की शुरुआत से पारंपरिक कागजी कार्यवाही की जटिलताओं में कमी आई है। अब रजिस्ट्री के लिए लंबी लाइनों में खड़े रहने की जरूरत नहीं है। लोग अब घर बैठे ही अपनी जमीन की रजिस्ट्री पूरी कर सकते हैं।

डिजिटल रजिस्ट्री के प्रमुख लाभ:

  • पारदर्शिता और सुरक्षा में वृद्धि
  • समय की बचत
  • पेपरलेस प्रक्रिया
  • गृह विभाग से त्वरित स्वीकृति
  • प्रक्रिया की सरलता

नए नियमों के तहत रजिस्ट्री प्रक्रिया

नए नियमों के अंतर्गत, रजिस्ट्री की प्रक्रिया को काफी सरल और त्वरित कर दिया गया है। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है ताकि संक्रमणकाल में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

नए नियमों के प्रमुख तत्व निम्नलिखित हैं:

नियम विवरण लाभ
ऑनलाइन आवेदन वेबसाइट के माध्यम से आवेदन समय की बचत
ई-स्टाम्पिंग डिजिटल स्टाम्प का उपयोग कागज की बचत
ई-साइन डिजिटल हस्ताक्षर सुरक्षा में वृद्धि
ऑनलाइन भुगतान इंटरनेट बैंकिंग/UPI सुविधाजनक

यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि सभी दस्तावेज डिजिटल रूप से संग्रहीत और सत्यापित किए जाएं।

पेपरलेस प्रक्रिया के फेज़

यह पेपरलेस प्रक्रिया कई चरणों में विभाजित है ताकि इसे सुगमता से लागू किया जा सके।

  1. ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण
  2. आवेदन पत्र भरना
  3. ई-स्टाम्प खरीदना
  4. डिजिटल हस्ताक्षर करना
  5. दस्तावेज़ अपलोड करना
  6. ऑनलाइन भुगतान
  7. ई-प्रमाणपत्र प्राप्त करना

पेपरलेस प्रक्रिया के फायदे

पेपरलेस प्रक्रिया न केवल पर्यावरण के लिए लाभदायक है बल्कि यह समय और धन की भी बचत करती है।

  • कागज की खपत में कमी
  • प्रक्रिया की गति में वृद्धि
  • रजिस्ट्री से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में कमी
  • पर्यावरण संरक्षण
  • डिजिटल रूप से सुरक्षित दस्तावेज़

जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया में सुधार

सरकार ने इन नए नियमों को लागू करके रजिस्ट्री प्रक्रिया को अत्यधिक प्रभावी बना दिया है।

फेज़ समाप्ति समय
ऑनलाइन आवेदन 1 दिन
ई-स्टाम्पिंग 30 मिनट
ई-साइन 15 मिनट
ऑनलाइन भुगतान 5 मिनट
ई-प्रमाणपत्र 1 दिन
अंतिम सत्यापन 2 दिन
प्रक्रिया पूर्ण 5 दिन
सम्पत्ति का ट्रांसफर 3 दिन

इन समय सीमाओं का पालन करते हुए, प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जा रहा है।

डिजिटल रजिस्ट्री की आवश्यकताएँ

डिजिटल दस्तावेज़:

सभी प्रकार के दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, संपत्ति के कागजात आदि डिजिटल रूप में होने चाहिए।

इंटरनेट कनेक्शन:

प्रक्रिया के लिए स्थिर इंटरनेट कनेक्शन आवश्यक है।

सत्यापन के लिए OTP:

हर चरण पर OTP सत्यापन होता है, जिससे प्रक्रिया सुरक्षित रहती है।

स्मार्टफोन या कंप्यूटर:

प्रक्रिया को पूरा करने के लिए स्मार्टफोन या कंप्यूटर की आवश्यकता होती है।

डिजिटल पेमेंट मोड:

भुगतान के लिए डिजिटल पेमेंट मोड अनिवार्य है।

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